उत्तराखंड: आश्रम पद्धति स्कूल के छात्रावास से तीसरी कक्षा के सगे भाई लापता




उत्तराखंड के रुद्रपुर में ब्लॉक रोड स्थित आश्रम पद्धति स्कूल के छात्रावास में रहकर तीसरी कक्षा में पढ़ाई कर रहे दो सगे भाई रहस्यमयी ढंग से स्कूल से लापता हो गए। छात्रों के पिता की तहरीर पर पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर उनकी खोजबीन कर रही है। 
राजकीय आश्रम पद्धति स्कूल में गरीब परिवारों के 60 बच्चे अध्ययनरत हैं। इसी स्कूल में पिछले तीन वर्ष से भगवानपुर निवासी रामाशीष का आठ वर्षीय बेटा अरुण और नौ वर्षीय बेटा सन्नी भी पढ़ाई करते हैं। शुक्रवार दोपहर को स्कूल के सभी बच्चे परिसर में खेल रहे थे। शाम करीब 4:45 बजे नाश्ते के समय सभी बच्चों को बुलाया गया तो अरुण और सन्नी नहीं पहुंचे।

स्कूल अधीक्षक एवं प्रधानाचार्य आराधना त्रिपाठी ने स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों के साथ बच्चों के कमरे के साथ ही पूरे स्कूल में खोजबीन की लेकिन दोनों का कहीं पता नहीं चला। बच्चों के घर चले जाने के अंदेशे में जब स्कूल प्रबंधन ने उनके पिता रामाशीष से फोन पर संपर्क किया तो बच्चों के घर पर भी न पहुंचने की जानकारी मिली। इससे स्कूल प्रबंधन में खलबली मच गई।

थोड़ी ही देर में बच्चों के पिता भी स्कूल पहुंच गए। शाम को रामाशीष ने रुद्रपुर कोतवाली में बच्चों की गुमशुदगी दर्ज कराई। कोतवाल केसी भट्ट ने बताया कि अरुण और सन्नी की तलाश में पुलिस की तीन टीमों के साथ ही एसओजी को भी जांच में लगाया गया है। 

सुबह नौ बजे पहुंचे स्कूल, शाम 4:30 बजे गायब 

स्कूल अधीक्षक/प्रधानाचार्य आराधना त्रिपाठी ने बताया कि गर्मी की छुट्टियों के बाद एक जुलाई को स्कूल खुलने पर अरुण और सन्नी स्कूल नहीं पहुंचे थे। उन्होंने बच्चों के पिता रामाशीष को फोन कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कहा। रामाशीष ने दोनों बच्चों के आजमगढ़ (यूपी) स्थित अपनी नानी के घर पर होने की बात कही थी, जिसके बाद शुक्रवार सुबह नौ बजे ही दोनों बच्चे स्कूल पहुंचे थे। 

काली ड्रेस में निकले बच्चों के पास 30 रुपये 
आराधना त्रिपाठी ने बताया कि लापता बच्चे स्कूल के सीसीटीवी में 4:20 बजे छात्रावास से बाहर जाते दिखे हैं। दोनों ने काली ड्रेस और चप्पल पहनी है। स्कूल से अपना कोई सामान भी बच्चे साथ नहीं ले गए हैं और अपनी अलमारी में बच्चों ने ताला लगाया है। अरुण ओर सन्नी के दोस्तों ने बताया कि दोनों के पास 30 रुपये थे। शाम 4:30 बजे दोनों बच्चों को रोडवेज स्टेशन के पास भी देखा गया। इसके आधार पर यहां भी बच्चों की खोजबीन की जा रही है। 

पढ़ाई में दोनों भाई अव्वल 
आराधना त्रिपाठी ने बताया कि पढ़ने में अरुण और सन्नी अव्वल हैं। सन्नी हमेशा कक्षा में प्रथम आता है और अरुण का परीक्षा परिणाम भी संतोषजनक रहता है। दोनों बच्चों को अपने पूरे परिवार के फोन नंबर भी याद हैं, जिससे बच्चों द्वारा फोन किए जाने की उम्मीद भी जताई जा रही है। 

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